Sunday, February 22, 2009

आसमान से धूमकेतु का रंग होली के दौर मे


हुआ मस्ताना सारा जहाँ
होली का हुआ आगाज़
अपना अपना तरीका है भाई
रंग देखने दिखाने का

इन्द्रधनुष और वृक्ष होली के दौर मे

रंग धनुष याद दिलाता
होली के दौर मे
लबरेज होंगे आप
सूखे के भोर मे
जंगल ना काटो यारा
होली मैं खिलाउंगा
पानी और छांह की हसरत मे
निजात दिलाऊँगा
याद रखना मुझको
गर्मी के दौर मे
यो ही न फूंक देना
होली के ठौर मे

Sunday, February 15, 2009

प्यासा जीवन


धरती प्यासी
प्यासा जीवन
पानी के लिए
अब देखें जतन

Tuesday, February 10, 2009

ट्रेवर टैंक से वन्य प्राणियों की सुरक्षा सम्भव

सारे मध्य प्रदेश मे कम वर्षा के चलते जल संकट व्याप्त है। सतही जल की अपर्याप्त मात्रा ने प्रदेश मे जल संकट नई ईबारत लिख दी है। अत्यधिक दोहन ने पहले ही से संकट खडा किया हुआ है और अब ऊपर से कम वर्षा की मार ने सिहरन पैदा कर दी है। एक ओर जहाँ पेयजल की कमी खड़ी है तो वहीं दूसरी तरफ़ वन्य जीवों को प्रदूषित या सूखे के दौर मे बिना पानी के अन्यत्र पलायन करने को बाध्य होना पडा है।
पलायन की इस दशा मे वन्य प्राणियों को अपने प्राकृतिक निवासों मे बनाए रखना कठिन हो जाएगा। वन्य प्राणियों की सुरक्षा करना भी इस दौर मे कठिन होगा। वन्य प्राणी ग्रामीण ईलाकों के समीप उपलब्ध पेयजल की चाह मे इंसानी संघर्ष से रूबरू होंगे। प्राकृतिक जलीय क्षेत्र समय के पहले ही शुष्क हो गए है और वन्य प्राणीk दिखाई देना घबराहट के रूप मे दर्शित किया जाना प्रारम्भ हो चुका है। ग्रामीण क्षेत्र से इन प्राणियों को दूर रखने का सिर्फ़ एक ही उपाय है की चिन्हित क्षेत्रों मे ट्रेवर टेंकों का निर्माण किया जाए।

बर्ड्स वाचिग ग्रुप ने पेयजल संकट की आहट के साथ वन्य जीवों की सुरक्षा प्रबंध किए जाने की सिफारिश करते हुए ग्रामीण जनों और वन्य जीवों के मध्य टकराव उत्पन्न न हो इसके लिए वन्य जीवों को पर्याप्त पेयजल गाँव से दूर उपलब्ध हो सके इसके प्रयासों मे भागीदारी किए जाने की अपील की है ।

Monday, February 9, 2009

आओ दौड़ चलें .....

कुत्ते भोंकते रहे
हाथी जीत गया
कहावत का अंदाज
निराला नजर आया
यहाँ दौडे सभी
मगर जीता हाथी