This group is actively working in Madhya Pradesh since 01 April 2000.
Achievement : Rajesh Ghotikar who is its founder, is appointed as Honorary District Wild-life Warden in Sept. 2005 by the M.P. Government.
हम सुनहरे कल की और बढ़ने की जगह गड़ रहे हैं। सितारों के आगे एक और जहाँ की चाह मे हम जो गुल खिलाने जा रहे हैं वो नई नज़रों की बानगी में कुछ ऐसा हो सकता है।
फ़िर चली कुल्हाडीयाँ। हर बार जब इंसान कि जरूरते बढ़ती हैं निःशब्द पेड़ों पर उसका आक्रमण एक सहज सा कार्य होता है। धरा का ये श्रृंगार हमेशा ही उजाडा जाता है ।
धरती का संरक्षण कितना जरूरी है ? कृपया अपने विचार भेजें । रोटरी अपने प्रिज़र्व प्लेनेट अर्थ के माध्यम से गतिशील होकर २०१० तक समूचे विश्व को सुरक्षा आवरण प्रदान करने को आतुर है।
हम बारिश के दिनों के आनंद तो लेते ही है । परन्तु बारिश हर वर्ष अपने साथ भयंकर प्रलय का रूप धर कर आ खड़ी होती है । इंसान की मजबूरी को व्यक्त करता निम्न दृश्य हमारी जिन्दगी में पेड़ की आवश्यकता को प्रतिपादित करता है । आओ पेड़ लगाएं, पेड़ बचाएँ।
हम जानते हैं के धरती की गौद में अनेकों जीव बसते हैं । हम मनुष्य धरती के सर्वाधिक समृद्ध एवं शक्तिशाली जीव हैं । दिमागदार होने का अर्थ तो ये होना चाहिए था कि समस्त जीवों का रक्षण हम करें परन्तु साम्राज्य स्थापित करने कि होड़ में जबकि इंसानों के कबीले बनने लगे तो स्वाभाविक ही था कि इंसानों कि जरूरते पूरी होने में जीव रक्षा गौण हो जाए ।
आओ पर्यावरण का रक्षण करें ताकि हमारा मानव जीवन सफल हो जाए ।
पर्यावरण की रक्षा हम सभी का पुनीत कर्तव्य है। विगत दिनों बर्ड्स वाचिंग ग्रुप के दल ने माही के उद्गम स्थल की यात्रा की। विस्तृत वर्णन अगली बार ...............