Wednesday, July 16, 2008

आप, हम, परिंदे और शिकारी

हमने माना
लिखा था आपने
कि परिंदे
रहते हैं कहाँ ,
क्या आकार
और
कैसा रंग है
उनका ,
क्या खाते है वे,
कब, कैसे , कहाँ का,
करते हैं
प्रवास
किस मौसम में
करते हैं
प्रजनन,
कहाँ बनाते हैं
अपने नीड़ या घोंसले
हमें तो याद कुछ
रहा नहीं,
पर अफ़सोस
यह की
बताने से आपके
शिकारी को मंजिल
मिल गई !

2 comments:

रवि रतलामी said...

बर्ड वाचिंग ग्रुप के सभी दोस्तों व राजेश घोटीकर जी को बधाई. पता ही नहीं था कि आपका ब्लॉग पिछले दो माह से इंटरनेट के आकाश पर चमक रहा है.

शुभकामनाएं

seema gupta said...

"rightly said"